- Birsa Pradhanmantri Fasal Bima Yojana : प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) किसानों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण योजना है। इसे भारत सरकार ने शुरू किया था ताकि किसानों को फसल खराब होने पर बीमा कवर और आर्थिक सहायता मिल सके। इस योजना के तहत प्राकृतिक आपदाओं, कीटों और बीमारियों के कारण होने वाले नुकसान को कवर किया जाता है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिरता बनी रहती है।
- 2024 के लिए, इस योजना के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया में ऑफलाइन फॉर्म भरना शामिल है। इस आर्टिकल में हम आपको Genealogy (Banswali) और Crop Sowing Certificate फॉर्म को भरने के स्टेप्स के बारे में बताएंगे। इस गाइड को फॉलो करके आप ये फॉर्म सही और आसान तरीके से भर पाएंगे।
Birsa Pradhanmantri Fasal Bima Yojana
QUICK INFORMATION:
स्टेप | विवरण |
---|---|
1. फॉर्म प्राप्त करें | अपने नजदीकी Common Service Center (CSC) पर जाकर दो-पेज का PMFBY फॉर्म प्राप्त करें। |
2. Genealogy (Banswali) फॉर्म भरें | |
Panchayat Name | अपने पंचायत का नाम भरें। |
Mauza (Village Name) | अपने गांव का नाम भरें। |
Farmer’s Name | उस किसान का नाम लिखें जो आवेदन कर रहा है। |
Father’s/Husband’s Name | अपने पिता का नाम भरें (अगर आप पुरुष हैं) या पति का नाम भरें (अगर आप महिला हैं)। |
Aadhar Number | अपना Aadhar नंबर भरें। |
Mobile Number | अपना मोबाइल नंबर दें। |
Bank Account Details | अपना बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड भरें। |
Land Details | भूमि का खाता नंबर, प्लॉट नंबर और कुल क्षेत्रफल एकड़ या दशमलव में भरें। |
Relationship with Jamadar | Jamadar के साथ अपने संबंध का उल्लेख करें (जैसे बेटे, पत्नी)। |
Signature | फॉर्म पर हस्ताक्षर करें और Mukhiya का हस्ताक्षर और स्टांप प्राप्त करें। |
3. Crop Sowing Certificate फॉर्म भरें | |
Applicant’s Name | आवेदनकर्ता का नाम भरें। |
Father’s/Husband’s Name | अपने पिता का नाम भरें (अगर आप पुरुष हैं) या पति का नाम भरें (अगर आप महिला हैं)। |
District | अपने जिले का नाम भरें। |
Block | अपने ब्लॉक का नाम भरें। |
Gram Panchayat | अपने ग्राम पंचायत का नाम भरें। |
Land Details | भूमि के क्षेत्र को हेक्टेयर में कन्वर्ट करें और विवरण भरें। |
Details of Area to be Insured | जिले, ब्लॉक, पंचायत, गांव, अकाउंट नंबर, प्लॉट नंबर, फसल का नाम और बोई गई भूमि का क्षेत्र भरें। |
4. फॉर्म जमा करें | दोनों फॉर्म अपने नजदीकी CSC या संबंधित कार्यालय में जमा करें, आवश्यक दस्तावेजों के साथ। |
5. सत्यापन प्रक्रिया | अधिकारी विवरणों की जांच करेंगे। इसमें भूमि और फसलों का भौतिक सत्यापन शामिल हो सकता है। |
6. बीमा सर्टिफिकेट प्राप्त करें | सत्यापन के बाद, बीमा सर्टिफिकेट प्राप्त करें। यह पुष्टि करता है कि आपकी फसलें PMFBY के तहत बीमित हैं। |
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना क्या है?
- फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले, चलिए समझते हैं कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना क्या है और यह क्यों महत्वपूर्ण है।
- PMFBY 2016 में शुरू की गई थी ताकि किसानों को अनियोजित घटनाओं के कारण फसल नुकसान के खिलाफ बीमा मिल सके। इस योजना में अनाज, दाल, तिलहन और व्यावसायिक या बागवानी फसलें शामिल हैं। PMFBY का मुख्य उद्देश्य फसल नुकसान की स्थिति में किसानों की मदद करना है, जिससे उनकी वित्तीय स्थिति पर कम असर पड़े।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के लाभ एवं विशेषताएं
- Coverage: यह योजना सभी किसानों, बंटाईदारों और किरायेदार किसानों को कवर करती है जो अधिसूचित क्षेत्रों में अधिसूचित फसलें उगा रहे हैं। Premium: किसानों को न्यूनतम प्रीमियम देना होता है, बाकी की सब्सिडी सरकार देती है। प्रीमियम दरें Kharif फसलों के लिए 2%, Rabi फसलों के लिए 1.5% और व्यावसायिक और बागवानी फसलों के लिए 5% हैं। Claim Process: दावा निपटारा (claim settlement) फसल कटाई प्रयोगों (Crop Cutting Experiments) और रिमोट सेंसिंग तकनीक के माध्यम से प्राप्त उपज डेटा पर आधारित होता है।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना का उद्देश्य
- फॉर्म को सही तरीके से भरना बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि किसी भी गलती के कारण आपका बीमा दावा रिजेक्ट हो सकता है या इसमें देरी हो सकती है। PMFBY के फॉर्म में किसान, भूमि और उगाई गई फसलों के बारे में जानकारी होती है। ये विवरण बीमा कंपनी को जोखिम का आकलन करने और प्रीमियम की गणना करने में मदद करते हैं।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना में आवेदन कैसे करें
- अब जब हमें योजना का अवलोकन मिल गया है, तो आइए PMFBY फॉर्म भरने की स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया पर चलते हैं। इस प्रक्रिया में दो मुख्य फॉर्म भरना शामिल है: Genealogy (Banswali) फॉर्म और Crop Sowing Certificate फॉर्म।
- Step 1: फॉर्म प्राप्त करें
- सबसे पहले, आपको अपने नजदीकी Common Service Center (CSC) जाना होगा और फॉर्म प्राप्त करना होगा। ये फॉर्म आमतौर पर दो-पेज फॉर्मेट में उपलब्ध होते हैं। योजना का नाम आपके राज्य के अनुसार थोड़ा भिन्न हो सकता है, लेकिन सामग्री एक जैसी ही रहती है।
- Step 2: Genealogy (Banswali) फॉर्म भरना
- Genealogy या Banswali फॉर्म आपकी पहचान और भूमि के स्वामित्व को स्थापित करने के लिए जरूरी है। इसे भरने के तरीके इस प्रकार हैं:
- 1. Panchayat Name
- सबसे पहले, अपने पंचायत का नाम भरें। यह फॉर्म में सबसे पहला विवरण होता है।
- 2. Mauza (Village Name)
- अपने गांव का नाम भरें या उस गांव का नाम जहां आपकी भूमि स्थित है। नाम सही-सही भरें।
- 3. Farmer’s Name
- उस किसान का नाम लिखें जो इस योजना के लिए आवेदन कर रहा है। अगर आप खुद आवेदन कर रहे हैं, तो अपना नाम भरें।
- 4. Father’s या Husband’s Name
- अगर आप पुरुष आवेदनकर्ता हैं, तो अपने पिता का नाम भरें। अगर आप महिला आवेदनकर्ता हैं, तो अपने पति का नाम भरें।
- 5. Aadhar Number
- अपना आधार नंबर भरें। यह पहचान के लिए अनिवार्य है।
- 6. Mobile Number
- अपना मोबाइल नंबर दें। यह संचार के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
- 7. Bank Account Details
- अपना बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड भरें। यह विवरण सही-सही भरें क्योंकि बीमा दावा की राशि इसी अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी।
- 8. Land Details
- यहां आपको भूमि का विवरण देना है। अगर आपके पास कई प्लॉट हैं, तो हर प्लॉट का विवरण अलग-अलग भरें।
- Account Number: भूमि का खाता नंबर भरें।
- Plot Number: अगर आपके पास कई प्लॉट हैं, तो हर प्लॉट का नंबर भरें।
- Area: भूमि का कुल क्षेत्रफल एकड़ या दशमलव में भरें।
- 9. Relationship with Jamadar
- जमींदार (Jamadar) के साथ अपने संबंध का जिक्र करें। अगर ऑनलाइन रसीद आपके पिता के नाम पर है और आप बेटे हैं, तो यहां “son” लिखें।
- 10. Signature
- फॉर्म के नीचे अपने हस्ताक्षर करें। इस फॉर्म में मुखिया के हस्ताक्षर और सत्यापन की भी आवश्यकता होती है।
- Step 3: Crop Sowing Certificate फॉर्म भरना
- Crop Sowing Certificate फॉर्म का उपयोग यह घोषित करने के लिए किया जाता है कि आपने कौन सी फसल बोई है और कितना क्षेत्र कवर किया है। यह फॉर्म बीमा कवरेज (insurance coverage) निर्धारित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसे भरने के तरीके इस प्रकार हैं:
- 1. Applicant’s Name
- आवेदनकर्ता का नाम भरें।
- 2. Father’s या Husband’s Name
- अगर आप पुरुष हैं, तो अपने पिता का नाम भरें। अगर आप महिला हैं, तो अपने पति का नाम भरें।
- 3. District
- अपने जिले का नाम भरें।
- 4. Block
- अपने ब्लॉक का नाम भरें।
- 5. Gram Panchayat
- अपने ग्राम पंचायत का नाम भरें।
- 6. Land Details
- अपने भूमि क्षेत्र को बीघा, दशमलव या कट्ठा से हेक्टेयर में कन्वर्ट करें और विवरण भरें।
- 7. Details of Area to be Insured
- उस क्षेत्र का विवरण भरें जहां आपने फसल बोई है।
- District Name: अपने जिले का नाम भरें।
- Block Name: अपने ब्लॉक का नाम भरें।
- Gram Panchayat Name: अपने ग्राम पंचायत का नाम भरें।
- Village Name: अपने गांव का नाम भरें।
- Account Number: भूमि का खाता नंबर भरें।
- Plot Number: प्लॉट का नंबर भरें।
- Crop Name: बोई गई फसल का नाम भरें (जैसे धान, मक्का, गेहूं)।
- Sown Area in Hectares: उस क्षेत्र को हेक्टेयर में भरें जहां आपने फसल बोई है।
- Step 4: फॉर्म जमा करें
- दोनों फॉर्म भरने के बाद, आपको इन्हें अपने नजदीकी CSC या संबंधित प्राधिकरण के कार्यालय में जमा करना होगा। सुनिश्चित करें कि आप सभी आवश्यक दस्तावेज़ अपने साथ ले जाएं, जिनमें शामिल हैं:
- Aadhar Card
- Land Ownership Documents
- Bank Account Details
- Recent Passport Size Photographs
- Step 5: Verification Process
- फॉर्म जमा करने के बाद, अधिकारी दिए गए विवरणों का सत्यापन करेंगे। इसमें भूमि और बोई गई फसल का भौतिक सत्यापन भी शामिल हो सकता है। यह सत्यापन प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि केवल योग्य किसानों को योजना का लाभ मिले।
- Step 6: बीमा सर्टिफिकेट प्राप्त करें
- सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपको बीमा सर्टिफिकेट मिलेगा। यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण है कि आपकी फसलें PMFBY के तहत बीमित हैं। इस सर्टिफिकेट को सुरक्षित रखें क्योंकि दावा करने की स्थिति में इसकी आवश्यकता होगी।
प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना फॉर्म भरते समय आम गलतियों से बचें
- फॉर्म को सही तरीके से भरना जरूरी है ताकि किसी भी देरी या रिजेक्शन से बचा जा सके। यहां कुछ आम गलतियां दी गई हैं, जिनसे बचने की जरूरत है:
- गलत आधार नंबर: फॉर्म सबमिट करने से पहले अपने आधार नंबर को दोबारा जांच लें।
- अधूरी भूमि का विवरण: सुनिश्चित करें कि सभी भूमि विवरण, जैसे खाता और प्लॉट नंबर, सही-सही भरे गए हैं।
- नामों की गलत स्पेलिंग: किसान, पिता/पति और पंचायत के नाम की स्पेलिंग सही होनी चाहिए।
- क्षेत्र का गलत कन्वर्ज़न: भूमि के क्षेत्रफल को हेक्टेयर में सही से कन्वर्ट करें ताकि कोई अंतर न रहे।
ALSO READ:
Pradhanmantri KUSUM Yojana 2024