Mukhyamantri Chiranjeevi Yojana 2024: सभी को मिलेगी 25 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज, जानें कैसे उठाएं योजना का लाभ : मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, जिसे अब मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के नाम से जाना जाता है, राजस्थान की एक महत्वपूर्ण हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है।
यह योजना पहले चिरंजीवी योजना के नाम से शुरू की गई थी, जिसका मकसद राजस्थान के लोगों को मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए फाइनेंशियल हेल्प देना था। समय के साथ, इस स्कीम में कई नए फीचर्स और बेहतर कवरेज को शामिल किया गया, जिससे इसका नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य योजना कर दिया गया। 2024 में, यह योजना राज्य की हेल्थकेयर इनिशिएटिव्स में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जिससे लोग बिना किसी फाइनेंशियल बर्डन के क्वालिटी हेल्थकेयर प्राप्त कर सकते हैं।
Mukhyamantri Chiranjeevi Yojana 2024
QUICK INFORMATION
Feature | Details |
---|---|
Scheme Name | Mukhyamantri Ayushman Arogya Yojana (formerly Chiranjeevi Yojana) |
Launched By | Rajasthan Government |
Eligibility | Residents of Rajasthan, primarily economically weaker sections |
Coverage Amount | Up to ₹5 lakh per family per year |
Benefits | Covers 1,500+ medical procedures, surgeries, therapies, hospitalization expenses, pre-and post-hospitalization costs |
Cashless Treatment | Available at empaneled hospitals |
Age Limit | No age limit; covers all family members |
Renewal Process | Through e-Mitra portal using Jan Aadhaar, Aadhaar Card, or Receipt |
Required Balance for Renewal | Minimum ₹850 in e-Mitra wallet |
Identification Methods for Renewal | Jan Aadhaar, Aadhaar, Receipt |
Key Issues during Renewal | Insufficient wallet balance, mobile number issues, biometric authentication problems |
Impact on Public | Financial protection, access to quality healthcare, reduction in health inequities, support during medical emergencies |
Future Prospects | Continuous improvement, potential expansion, integration with national initiatives like Ayushman Bharat |
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना क्या है?
मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना राजस्थान सरकार द्वारा शुरू की गई एक हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है, जो राज्य के निवासियों को मेडिकल ट्रीटमेंट्स और प्रोसीजर्स का कवरेज देती है। इस योजना का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग भी जरूरी हेल्थकेयर सर्विसेज का लाभ उठा सकें। इस स्कीम के तहत एक बड़ा इंश्योर्ड अमाउंट मिलता है, जिसे राज्य के एम्पेनल्ड हॉस्पिटल्स में ट्रीटमेंट्स के लिए यूज किया जा सकता है।
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मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना में बदलाव
2024 में, इस योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना कर दिया गया। यह बदलाव केवल नाम तक सीमित नहीं था, बल्कि इस स्कीम की रीच और कवरेज को भी बढ़ाया गया। नई योजना में बेनिफिट्स, कवरेज और हेल्थकेयर सर्विसेज तक पहुंच को और बेहतर किया गया है। यह नाम भी दिखाता है कि सरकार ने इस स्कीम को नेशनल हेल्थ इनिशिएटिव्स जैसे आयुष्मान भारत के साथ जोड़ने का संकल्प लिया है।
योजना के लिए पात्रता
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के लिए पात्रता के कुछ क्राइटेरिया हैं:
- रेजिडेंसी: आवेदनकर्ता राजस्थान का निवासी होना चाहिए। एप्लीकेशन प्रोसेस के दौरान निवास का प्रमाण देना होगा।
- इकोनॉमिक स्टेटस: यह स्कीम मुख्य रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए है। इसके अलावा, छोटे और सीमांत किसान और सामाजिक रूप से कमजोर समूह भी इसमें शामिल हैं।
- जन आधार कार्ड: आवेदनकर्ता के पास वैध जन आधार कार्ड होना चाहिए। यह कार्ड विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं से लाभार्थी को जोड़ता है, जिसमें हेल्थ इंश्योरेंस भी शामिल है।
- प्रीवियस कवरेज: यदि आवेदनकर्ता पहले से चिरंजीवी योजना के तहत कवर था, तो नई योजना के तहत उसका ट्रांजिशन आसान है। वे बिना किसी परेशानी के अपनी पॉलिसी को मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत रिन्यू कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के लाभ
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना कई बेनिफिट्स देती है, जो इसके लाभार्थियों के लिए कम्प्रीहेंसिव हेल्थकेयर कवरेज सुनिश्चित करती है। इनमें से कुछ मुख्य लाभ हैं:
- वाइड कवरेज: इस स्कीम के तहत 1,500 से अधिक मेडिकल प्रोसीजर्स और ट्रीटमेंट्स का कवरेज मिलता है, जिसमें सर्जरी, थैरेपी और हॉस्पिटलाइजेशन के एक्सपेंसेस शामिल हैं।
- हाई सम इंश्योर्ड: प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष ₹5 लाख का इंश्योर्ड अमाउंट मिलता है। यह अमाउंट विभिन्न मेडिकल एक्सपेंसेस को कवर करता है, जिससे परिवारों को हेल्थकेयर की फाइनेंशियल बर्डन से राहत मिलती है।
- कैशलेस ट्रीटमेंट: लाभार्थी राज्य के एम्पेनल्ड हॉस्पिटल्स में कैशलेस ट्रीटमेंट प्राप्त कर सकते हैं। इसका मतलब है कि इंश्योरेंस कंपनी डायरेक्टली हॉस्पिटल बिल्स का सेटलमेंट करती है, जिससे मरीज पर फाइनेंशियल स्ट्रेन कम होता है।
- प्रे-और पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन एक्सपेंसेस: योजना हॉस्पिटलाइजेशन से पहले 15 दिन और डिस्चार्ज के बाद 30 दिनों तक के एक्सपेंसेस को भी कवर करती है।
- नो ऐज लिमिट: लाभार्थियों के लिए कोई ऐज लिमिट नहीं है। यह योजना नवजात शिशु से लेकर बुजुर्गों तक सभी को कवर करती है, जिससे सभी परिवार के सदस्य प्रोटेक्टेड रहते हैं।
नई योजना के तहत पॉलिसी को रिन्यू कैसे करें
नई योजना के तहत अपनी पॉलिसी को रिन्यू करना एक आसान प्रोसेस है। यहां एक स्टेप-बाय-स्टेप गाइड दी जा रही है:
- ई-मित्र पोर्टल में लॉगिन करें: सबसे पहले ई-मित्र पोर्टल में लॉगिन करें। सुनिश्चित करें कि आपके ई-मित्र वॉलेट में कम से कम ₹850 का बैलेंस हो, क्योंकि रिन्यूअल प्रोसेस के लिए यह राशि आवश्यक है।
- सर्विस खोजें: लॉगिन करने के बाद, “मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना” सर्विस को सर्च बार में टाइप करें। “आरोग्य” टाइप करते ही रिलेटेड सर्विस आपकी स्क्रीन पर आ जाएगी।
- सर्विस सेलेक्ट करें: सर्विस पर क्लिक करें और अगले स्टेप की ओर बढ़ें। आप आयुष्मान आरोग्य योजना पोर्टल पर रेडायरेक्ट हो जाएंगे।
- आईडेंटिफिकेशन मेथड चुनें: आप जन आधार कार्ड, रसीद नंबर, या आधार कार्ड का उपयोग करके अपनी पॉलिसी को रिन्यू कर सकते हैं। यहां हम जन आधार कार्ड का उपयोग करेंगे।
- जन आधार कार्ड डिटेल्स डालें: जन आधार कार्ड नंबर डालें और सर्च बटन पर क्लिक करें। आपकी पॉलिसी डिटेल्स स्क्रीन पर आ जाएंगी।
- पॉलिसी डिटेल्स रिव्यू करें: अपनी मौजूदा पॉलिसी की डिटेल्स की जांच करें। अगर आपकी पॉलिसी एक्सपायर होने वाली है, तो स्क्रीन पर एक्सपायरी डेट दिखाई देगी।
- रिन्यूअल प्रोसेस शुरू करें: पॉलिसी को रिन्यू करने के लिए, रिन्यू बटन पर क्लिक करें। सिस्टम आपको 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के एक फैमिली मेंबर को पॉलिसी होल्डर के रूप में सेलेक्ट करने के लिए प्रॉम्प्ट करेगा।
- ई-साइन करें: पॉलिसी होल्डर को सेलेक्ट करने के बाद, आपको पॉलिसी को ई-साइन करना होगा। यह ओटीपी के जरिए किया जा सकता है, जो चुने गए मेंबर के आधार कार्ड से लिंक्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा। अगर आप चाहें, तो बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन का भी यूज कर सकते हैं, हालांकि यह कम रिलाएबल हो सकता है।
- पेमेंट ऑप्शन चुनें: अगर आप फ्री कैटेगरी (जैसे छोटे किसान या EWS) में आते हैं, तो आपकी पॉलिसी फ्री में रिन्यू हो जाएगी। अन्यथा, आपको प्रीमियम पे करना होगा। उचित पेमेंट ऑप्शन चुनें और आगे बढ़ें।
- पेमेंट कंप्लीट करें: पेमेंट करने के बाद, सुनिश्चित करें कि आप पेमेंट रिसीट का प्रिंटआउट ले लें। विंडो को तब तक बंद न करें, जब तक कि आपने रिसीट को सेव या प्रिंट नहीं कर लिया हो।
- पॉलिसी डाउनलोड करें: पेमेंट सक्सेसफुल होते ही रिन्यूड पॉलिसी डॉक्यूमेंट डाउनलोड करें। नई पॉलिसी तभी एक्टिव होगी, जब पुरानी एक्सपायर हो जाएगी।
- पॉलिसी डॉक्यूमेंट का प्रिंट लें: पॉलिसी डॉक्यूमेंट का प्रिंटआउट लेना सलाहकार है और इसे सुरक्षित जगह पर रखें। आप इस डॉक्यूमेंट का यूज किसी भी हॉस्पिटल में मेडिकल सर्विसेज प्राप्त करने के लिए कर सकते हैं।
पॉलिसी रिन्यूअल के दौरान आम समस्याएं
हालांकि यह प्रोसेस यूजर-फ्रेंडली डिज़ाइन किया गया है, फिर भी पॉलिसी रिन्यूअल के दौरान कुछ कॉमन इश्यूज आ सकते हैं:
- इंसफिशिएंट वॉलेट बैलेंस: रिन्यूअल प्रोसेस शुरू करने से पहले, यह सुनिश्चित करें कि आपके ई-मित्र वॉलेट में पर्याप्त फंड्स हों।
- मोबाइल नंबर इश्यूज: सुनिश्चित करें कि आपके आधार कार्ड से लिंक्ड मोबाइल नंबर एक्टिव और एक्सेसिबल हो, क्योंकि यह ओटीपी वेरिफिकेशन के लिए आवश्यक है।
- **बायो
मेट्रिक ऑथेंटिकेशन प्रॉब्लम्स:** यदि आपको बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन में समस्या हो रही है, तो ई-साइन के लिए ओटीपी मेथड का उपयोग करना बेहतर है।
- इनकम्प्लीट जन आधार डिटेल्स: सुनिश्चित करें कि आपकी जन आधार डिटेल्स अप-टू-डेट हैं, खासकर यदि आप किसी विशेष कैटेगरी (जैसे EWS) में आते हैं या आपके परिवार में हाल ही में COVID-19 से किसी की मृत्यु हुई है।
योजना से लोगों को कैसे मदद मिलती है?
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना ने राजस्थान के लोगों की ज़िन्दगी पर गहरा प्रभाव डाला है। यहां कुछ तरीके दिए गए हैं, जिनसे यह योजना लाभान्वित करती है:
- फाइनेंशियल प्रोटेक्शन: यह योजना परिवारों को मेडिकल ट्रीटमेंट्स के लिए फाइनेंशियल प्रोटेक्शन देती है। ₹5 लाख तक का कवरेज मिलने से परिवार जरूरी ट्रीटमेंट्स का खर्चा बिना किसी चिंता के उठा सकते हैं।
- क्वालिटी हेल्थकेयर की एक्सेसिबिलिटी: योजना यह सुनिश्चित करती है कि लाभार्थियों को राज्यभर में क्वालिटी हेल्थकेयर सर्विसेज का एक्सेस मिले। इसमें कुछ बेहतरीन हॉस्पिटल्स में ट्रीटमेंट शामिल है, जिससे गरीब से गरीब व्यक्ति को भी उच्च स्तरीय मेडिकल केयर मिलती है।
- हेल्थ इनइक्विटीज में कमी: यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग और समाज के वल्नरेबल ग्रुप्स को टारगेट करती है, जिससे राज्य में हेल्थ इनइक्विटीज में कमी आती है। इससे हर किसी को उसकी आर्थिक स्थिति के बावजूद एक जैसी हेल्थकेयर सर्विसेज मिलती हैं।
- मेडिकल इमरजेंसीज के दौरान सपोर्ट: मेडिकल इमरजेंसीज परिवारों के लिए फाइनेंशियल रूप से विनाशकारी हो सकती हैं। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना एक सेफ्टी नेट की तरह काम करती है, जिससे परिवार को तुरंत मेडिकल केयर मिलती है, बिना फाइनेंशियल स्ट्रेस के।
- पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बूस्ट: यह योजना राज्य के पब्लिक हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को भी अप्रत्यक्ष रूप से बूस्ट करती है। जैसे-जैसे अधिक लोग इस स्कीम का उपयोग करते हैं, क्वालिटी हेल्थकेयर सर्विसेज की डिमांड बढ़ती है, जिससे राज्यभर में हेल्थकेयर फैसिलिटीज में सुधार होता है।
योजना का भविष्य
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना राजस्थान के हेल्थकेयर लैंडस्केप में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी। निरंतर सुधार और विस्तार के साथ, यह योजना आने वाले वर्षों में और अधिक ट्रीटमेंट्स को कवर करेगी और अधिक लाभार्थियों तक पहुंचेगी। हेल्थ इंश्योरेंस को सोशल सिक्योरिटी के एक टूल के रूप में उपयोग करने पर सरकार का फोकस इस योजना को प्राथमिकता देता रहेगा।
इसके अलावा, जैसे-जैसे यह योजना नेशनल इनिशिएटिव्स जैसे आयुष्मान भारत के साथ जुड़ी रहेगी, इसे और अधिक फंडिंग, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, और अधिक कम्प्रीहेंसिव कवरेज का लाभ मिलेगा। डिजिटल प्रोसेसेस पर जोर योजना को अधिक एक्सेसिबल और मैनेज करने में आसान बनाएगा।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना राजस्थान के कई परिवारों के लिए एक लाइफलाइन है। यह उन्हें इस बात की सुरक्षा देती है कि वे क्वालिटी हेल्थकेयर प्राप्त कर सकते हैं, बिना फाइनेंशियल रुइन के डर के। इस योजना का चिरंजीवी योजना से विकास…