Bihar ICDS Recruitment 2024: आंगनबाड़ी केंद्र वर्कर और हेल्पर भर्ती, मैट्रिक/इंटर पास

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बिहार में आंगनवाड़ी भर्ती को लेकर बड़ी खबर आई है। समाज कल्याण विभाग ने जानकारी दी है कि 2024 में 2000 नए आंगनवाड़ी केंद्र खुलने वाले हैं। इन नए केंद्रों के खुलने से 4000 पदों पर आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका की भर्ती की जाएगी। इस आर्टिकल में हम इसी भर्ती से जुड़ी सभी जानकारियां देंगे।

Bihar ICDS Recruitment 2024

Bihar ICDS Recruitment 2024
Bihar ICDS Recruitment 2024

QUICK INFORMATION:

डिटेल्सइंफॉर्मेशन
नए सेंटरबिहार में 2000 नए आंगनवाड़ी सेंटर खुलेंगे।
कुल वैकेंसी4000 पद (आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका)।
सेविका एलिजिबिलिटी12वीं पास (सिर्फ महिलाएं)।
सहायिका एलिजिबिलिटी10वीं पास (सिर्फ महिलाएं)।
अप्लाई प्रोसेसऑफलाइन और ऑनलाइन, ICDS ऑफिस के थ्रू।
सिलेक्शन प्रोसेसमेरिट बेस्ड (कोई एग्जाम नहीं)।
सेविका सैलरीलगभग ₹5600।
सहायिका सैलरीसेविका से कम, एक्सैक्ट अमाउंट क्लियर नहीं।
सेंटर लोकेशनगांव के मुखिया और वार्ड मेंबर से डिसाइड होगी।
सेंटर का नामजो जमीन देगा, उसके परिवार के नाम पर सेंटर का नाम रखा जाएगा।
सेंटर मर्जरकम बच्चे वाले सेंटर दूसरे सेंटर में मर्ज किए जाएंगे।
कोविड इम्पैक्टकोविड की वजह से डिले, अब काम फिर से शुरू होगा।
इंस्पेक्शन इश्यूफेक अटेंडेंस, लेकिन रिफॉर्म्स किए जा रहे हैं।
रिक्रूटमेंट स्टार्ट डेटसेंटर खुलने के बाद (2-3 महीने में उम्मीद)।

आंगनवाड़ी केंद्रों का महत्व

आंगनवाड़ी केंद्र छोटे बच्चों के लिए बहुत जरूरी होते हैं। ये बच्चों को पढ़ाई, पोषण और हेल्थ से जुड़ी सुविधाएं देते हैं। गांवों में इन केंद्रों की मदद से बच्चों की सही देखभाल होती है। आंगनवाड़ी सेविकाएं और सहायिकाएं यहां बच्चों को संभालने का काम करती हैं।

2000 नए आंगनवाड़ी केंद्र खुलेंगे

समाज कल्याण विभाग ने कहा है कि बिहार में 2024 में 2000 नए आंगनवाड़ी केंद्र खोले जाएंगे। इसके लिए गांव के मुखिया और वार्ड सदस्यों से सुझाव मांगे गए हैं कि इन केंद्रों को कहां-कहां खोलना सही रहेगा। इसका मकसद है कि केंद्र ऐसी जगह खुलें जहां बच्चों के लिए जाना आसान हो और ज्यादा से ज्यादा बच्चे इनका फायदा उठा सकें।

4000 पदों पर भर्ती होगी

इन 2000 नए आंगनवाड़ी केंद्रों के खुलने के साथ ही 4000 आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका की भर्ती होगी। ये महिलाएं बच्चों की पढ़ाई और पोषण में मदद करेंगी। भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और ये जिला स्तर पर आयोजित की जाएगी।

भर्ती प्रक्रिया

आंगनवाड़ी में भर्ती की प्रक्रिया बहुत ही सिंपल होती है। इसमें कोई एग्जाम नहीं देना होता। भर्ती सिर्फ मेरिट के आधार पर होती है। आपके स्कूल के मार्क्स देखकर ही आपका सिलेक्शन होता है।

पात्रता मापदंड

  • सेविका पद: 12वीं पास महिलाएं इसके लिए अप्लाई कर सकती हैं।
  • सहायिका पद: 10वीं पास महिलाएं इसके लिए एलिजिबल हैं।

आवेदन कैसे करें

आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका के पदों के लिए अप्लाई ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से किया जा सकता है। इसके लिए आपको अपने जिले के आईसीडीएस (ICDS) ऑफिस में जाकर आवेदन जमा करना होगा। ऑनलाइन अप्लाई करने के लिए विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जानकारी मिलेगी।

भर्ती में पारदर्शिता

इस बार की भर्ती में पारदर्शिता और निष्पक्षता का खास ध्यान रखा जाएगा। अधिकारियों द्वारा रेग्युलर इंस्पेक्शन किए जाएंगे ताकि कोई गड़बड़ी न हो। पिछली बार कुछ जगहों पर फर्जीवाड़ा हुआ था, लेकिन इस बार ऐसी किसी भी गलती को सुधारा जाएगा।

आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका की सैलरी

आंगनवाड़ी सेविका को लगभग ₹5600 सैलरी मिलती है। सहायिका को इससे कम सैलरी मिलती है। हालांकि, सरकार समय-समय पर इस सैलरी को बढ़ाने का काम करती है। इससे कर्मचारियों को फायदा मिलता है।

केंद्र कहां खुलेंगे

नए आंगनवाड़ी केंद्रों का लोकेशन मुखिया और वार्ड मेंबर्स के सुझाव पर तय होगा। गांव में ऐसी जगह केंद्र खोले जाएंगे जहां बच्चों को आने-जाने में दिक्कत न हो। कई बार ऐसा होता है कि केंद्र दूर होते हैं, जिससे बच्चे वहां तक पहुंच नहीं पाते। इस बार यह ध्यान रखा जाएगा कि केंद्र की लोकेशन बच्चों के लिए सही हो।

आंगनवाड़ी केंद्र का नाम

जो लोग अपनी जमीन पर आंगनवाड़ी केंद्र खुलवाएंगे, उनके परिवार के नाम पर उस केंद्र का नाम रखा जाएगा। अगर आप अपनी जमीन देना चाहते हैं, तो सरकार आपको रेंट भी देगी। इससे आपका नाम भी जुड़ेगा और रेंट भी मिलेगा।

कोविड के बाद नई योजना

2000 नए आंगनवाड़ी केंद्र खोलने की योजना कोविड से पहले ही बन गई थी, लेकिन कोविड के कारण इस पर काम रुक गया। अब सरकार ने फिर से इस पर काम शुरू किया है। सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे जल्द ही नए केंद्र खोलने का काम शुरू करें।

वर्तमान में आंगनवाड़ी की स्थिति

फिलहाल बिहार में 1,12,000 से ज्यादा आंगनवाड़ी केंद्र चल रहे हैं। हालांकि, रिव्यू में पाया गया है कि कुछ केंद्रों पर बच्चों की संख्या कम हो रही है। इसका कारण है कि कई जगह केंद्र दूर होने के कारण बच्चों का वहां तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है। कुछ जगहों पर मैनेजमेंट की दिक्कतें भी सामने आई हैं।

केंद्रों का मर्जर

समाज कल्याण विभाग ने यह तय किया है कि जिन केंद्रों पर बच्चों की संख्या बहुत कम है, उन्हें दूसरे आंगनवाड़ी केंद्रों में मर्ज किया जाएगा। इससे बच्चों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। अभी तक किसी भी केंद्र को मर्ज नहीं किया गया है, लेकिन जल्द ही इस पर काम शुरू होगा।

निरीक्षण और सुधार

रिव्यू में यह भी पाया गया कि कई बार जब अधिकारी इंस्पेक्शन के लिए आते हैं, तो आसपास के बच्चों को बुलाकर केंद्र में बिठा दिया जाता है ताकि फर्जी उपस्थिति दिखाई जा सके। समाज कल्याण विभाग इस तरह की गड़बड़ियों को खत्म करने के लिए सख्त कदम उठा रहा है।

भर्ती की तारीख

अभी तक भर्ती की ऑफिशियल तारीख की घोषणा नहीं हुई है। भर्ती तभी शुरू होगी जब नए आंगनवाड़ी केंद्र पूरी तरह से खुल जाएंगे। अनुमान है कि अगले 2-3 महीनों में ये केंद्र तैयार हो जाएंगे और उसके बाद भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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निष्कर्ष

बिहार आंगनवाड़ी भर्ती 2024 महिलाओं के लिए एक शानदार मौका है। जो महिलाएं अपने गांव में आंगनवाड़ी सेविका या सहायिका बनना चाहती हैं, उन्हें इस अवसर का फायदा उठाना चाहिए। नए आंगनवाड़ी केंद्रों के खुलने से बच्चों को बेहतर शिक्षा और पोषण मिलेगा, और गांवों में महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।

अगर आप इस भर्ती के लिए एलिजिबल हैं, तो समय पर अप्लाई जरूर करें।

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